रचनात्मक कार्यक्रम उनका रहस्य और स्थान यह गाँधीजी की एक अत्यंत महत्वपुर्ण किताब है। महात्मा गाँधीजी ने कई किताबे लिखी है। इसमें उन्होंने अपनी कृति को शब्दों में व्यक्त किया है। इस किताब के द्वारा हमे यह बात समझ में आयी की उन्होंने समाज में जातिय-धार्मिक एकता के लिये किस तरह से कोशिश की थी। इस किताब का एक अध्याय अस्पृश्यता निवारण में उन्होंने ये लिखा है की अस्पृश्यता यह सामाजिक कलंक है। शराब बंदी के लिये भी उन्होंने कोशिश की। खादी का महत्व समझाया विदेशी उत्पादन के बजाय स्वदेशी का महत्व स्थापित किया। स्वच्छता का महत्व अपनी कृती द्वारा समझाया आदि देशसेवा का कार्य उन्होंने किया । इससे हमें निश्चिंत ही एक नई प्रेरणा मिली है। 
				 - आरती जालिंदर गायकवाड,  
				एफ.वाय.बी.ए., आर. बी. बोरावके कॉलेज, श्रीरामपूर, जि. अहमदनगर 
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				  गाँधी रिसर्च फाउण्डेशन, जलगाँव द्वारा गाँधी विचार संस्कार परीक्षा का आयोजन हर साल होता है। इस परीक्षा के माध्यम से छात्रों के भावनिक विचारों का समतोल सर्वांगीण विकास होकर समाजमें अथवा परिवार में भी शांति, प्रेम, बंधुत्व, अहिंसा तथा सामंजस्य इन विचारों की प्रेरणा निर्माण होगी। 
				 - श्री. महेश लालचंद पाटील, 
				उपशिक्षक-माध्यमिक विद्यालय, लोंढवे, ता. अमलनेर 
				
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				  आदर्श जीवनमूल्यों की शिक्षा देनेवाले महात्मा गाँधी के बारे में तथा गाँधी विचारो के बारे में हमे बहुत आदर है आपके फाउण्डेशन द्वारा हर साल इस परीक्षा का आयोजन किया जाता है। इसका हमे बहोत गर्व है। आज के युवाओं को सचमुच में गाँधी विचारों की और संस्कारो की अत्यंत आवश्यकता है। युवक-युवतीयों को मानवीय मुल्यों की जानकारी देकर उन्हें सही मायने में संस्कारक्षम शिक्षा देने का उपयुक्त कार्य गाँधी रिसर्च फाउण्डेशन कर रहा है। 
				आपके इस कार्य के लिये हमारा हमेशा सहयोग रहेगा। धन्यवाद... 
				 - बाहुबली ने. भनाजे, 
				प्राचार्य, 
				जयसिंगपूर कॉलेज, जयसिंगपूर 
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