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No. |
Acc.No |
Title of Books |
Authors/Editors |
Publishers |
Pub. Year |
481 |
1003 |
हिन्द स्वराज्य |
गांधीजी, अमृतलाल नाणावटी - अनु. |
नवजीवन प्रकाशन मंदिर, अहमदाबाद |
2006 |
482 |
5871 |
हिन्द स्वराज्य |
गांधीजी, अमृतलाल नाणावटी - अनु. |
नवजीवन प्रकाशन मंदिर, अहमदाबाद |
2009 |
483 |
5354 |
हिन्द स्वराज्य |
गांधीजी, अमृतलाल नाणावटी - अनु. |
नवजीवन प्रकाशन मंदिर, अहमदाबाद |
2009 |
484 |
2207 |
मोहनमाला ः म. गांधीके लेखों और भाषणोंसे वर्षके प्रतिदिनके मननके लिअे चुने हुअे सुविचार |
गांधीजी, आर. के. प्रभु - संग्रा., सोमेश्वर पुरोहित - अनु. |
नवजीवन प्रकाशन मंदिर, अहमदाबाद |
1960 |
485 |
1012 |
साम्यवाद और साम्यवादी |
गांधीजी, आर. के. प्रभु - संपा. |
नवजीवन प्रकाशन मंदिर, अहमदाबाद |
1959 |
486 |
998 |
सत्य हि आीश्वर है (आीश्वर, आीश्वर-साक्षात्कार अथवा अनुभव और आीश्वर-परायण जीवन सम्बन्धी गांधीजीके लेखों और भाषणोंसे चुने हुअे वचन) |
गांधीजी, आर. के. प्रभु - संपा. |
नवजीवन प्रकाशन मंदिर, अहमदाबाद |
2007 |
487 |
3010 |
प्रजातंत्र ः सच्चा और झुठा |
गांधीजी, आर. के. प्रभु - संग्रा. |
नवजीवन प्रकाशन मंदिर, अहमदाबाद |
1963 |
488 |
2520 |
भारत के नये राज्य |
गांधीजी, आर. के. प्रभु - संग्रा. |
नवजीवन प्रकाशन मंदिर, अहमदाबाद |
1961 |
489 |
5198 |
भारत के नये राज्य |
गांधीजी, आर. के. प्रभु - संग्रा. |
नवजीवन प्रकाशन मंदिर, अहमदाबाद |
1961 |
490 |
5200 |
भारत के नये राज्य |
गांधीजी, आर. के. प्रभु - संग्रा. |
नवजीवन प्रकाशन मंदिर, अहमदाबाद |
1961 |
491 |
5201 |
भारत के नये राज्य |
गांधीजी, आर. के. प्रभु - संग्रा. |
नवजीवन प्रकाशन मंदिर, अहमदाबाद |
1961 |
492 |
5202 |
भारत के नये राज्य |
गांधीजी, आर. के. प्रभु - संग्रा. |
नवजीवन प्रकाशन मंदिर, अहमदाबाद |
1961 |
493 |
5203 |
भारत के नये राज्य |
गांधीजी, आर. के. प्रभु - संग्रा. |
नवजीवन प्रकाशन मंदिर, अहमदाबाद |
1961 |
494 |
5204 |
भारत के नये राज्य |
गांधीजी, आर. के. प्रभु - संग्रा. |
नवजीवन प्रकाशन मंदिर, अहमदाबाद |
1961 |
495 |
5206 |
भारत के नये राज्य |
गांधीजी, आर. के. प्रभु - संग्रा. |
नवजीवन प्रकाशन मंदिर, अहमदाबाद |
1961 |
496 |
5207 |
भारत के नये राज्य |
गांधीजी, आर. के. प्रभु - संग्रा. |
नवजीवन प्रकाशन मंदिर, अहमदाबाद |
1961 |
497 |
5199 |
भारत के नये राज्य |
गांधीजी, आर. के. प्रभु - संग्रा. |
नवजीवन प्रकाशन मंदिर, अहमदाबाद |
1961 |
498 |
5205 |
भारत के नये राज्य |
गांधीजी, आर. के. प्रभु - संग्रा. |
नवजीवन प्रकाशन मंदिर, अहमदाबाद |
1961 |
499 |
5208 |
भारत के नये राज्य |
गांधीजी, आर. के. प्रभु - संग्रा. |
नवजीवन प्रकाशन मंदिर, अहमदाबाद |
1961 |
500 |
1395 |
पंचायत राज |
गांधीजी, आर. के. प्रभु - संग्रा. |
नवजीवन प्रकाशन मंदिर, अहमदाबाद |
2007 |
501 |
1951 |
पंचायत राज |
गांधीजी, आर. के. प्रभु - संग्रा. |
नवजीवन प्रकाशन मंदिर, अहमदाबाद |
1960 |
502 |
3435 |
पंचायत राज |
गांधीजी, आर. के. प्रभु - संग्रा. |
नवजीवन प्रकाशन मंदिर, अहमदाबाद |
1959 |
503 |
2979 |
पंचायत राज |
गांधीजी, आर. के. प्रभु - संग्रा. |
नवजीवन प्रकाशन मंदिर, अहमदाबाद |
1959 |
504 |
2981 |
पंचायत राज |
गांधीजी, आर. के. प्रभु - संग्रा. |
नवजीवन प्रकाशन मंदिर, अहमदाबाद |
2007 |
505 |
2980 |
पंचायत राज |
गांधीजी, आर. के. प्रभु - संग्रा. |
नवजीवन प्रकाशन मंदिर, अहमदाबाद |
1962 |
506 |
5937 |
पंचायत राज |
गांधीजी, आर. के. प्रभु - संग्रा. |
नवजीवन प्रकाशन मंदिर, अहमदाबाद |
1959 |
507 |
1956 |
पंचायत राज |
गांधीजी, आर. के. प्रभु - संग्रा. |
नवजीवन प्रकाशन मंदिर, अहमदाबाद |
1961 |
508 |
4115 |
शराबबन्दी होनी ही चाहिये |
गांधीजी, आर. के. प्रभु - संग्रा. |
नवजीवन प्रकाशन मंदिर, अहमदाबाद |
1962 |
509 |
5495 |
शाकाहार का नैतिक आधार |
गांधीजी, आर. के. प्रभु - संग्रा. |
नवजीवन प्रकाशन मंदिर, अहमदाबाद |
1959 |
510 |
1606 |
काँग्रेस और अुसका भविष्य |
गांधीजी, आर. के. प्रभु - संग्रा. |
नवजीवन प्रकाशन मंदिर, अहमदाबाद |
1961 |