| No. | Acc.No | Title of Books | Authors/Editors | Publishers | Pub. Year | 
                    
              | 752 | 6661 | खादी मीमांसा (नवीन संशोधित और परिवध्र्दित संस्करण) | मेहता बालूभाई | सस्ता साहित्य प्रकाशन नई दिल्ली | 1946 | 
                      
              | 753 | 6675 | खादी व्दारा ग्राम विकास ः खादी और ग्रामोद्योग व्दारा ग्राम विकास तथा जनहित के लिए मिल की तुलना में खादी की शक्ति का एक अध्ययन | गांधी प्रभुदास | सस्ता साहित्य प्रकाशन नई दिल्ली | 1957 | 
                      
              | 754 | 6547 | खादी व्दारा ग्राम विकास ः खादी और ग्रामोद्योग व्दारा ग्राम विकास तथा जनहित के लिए मिल की तुलना में खादी की शक्ति का एक अध्ययन | गांधी प्रभुदास | सस्ता साहित्य प्रकाशन नई दिल्ली | 1954 | 
                      
              | 755 | 6563 | खादी व्दारा ग्राम विकास ः खादी और ग्रामोद्योग व्दारा ग्राम विकास तथा जनहित के लिए मिल की तुलना में खादी की शक्ति का एक अध्ययन | गांधी प्रभुदास | सस्ता साहित्य प्रकाशन नई दिल्ली | 1957 | 
                      
              | 756 | 5530 | खादी और वस्त्र-स्वावलम्बन | विनोबा | सर्व सेवा संघ प्रकाशन वाराणसी | 2005 | 
                      
              | 757 | 2254 | खादी और वस्त्र-स्वावलम्बन | विनोबा चोलकर पराग - सम्पा. |  |  | 
                      
              | 758 | सर्व सेवा संघ प्रकाशनवाराणसी | 2005 | Hindi |  |  | 
                      
              | 759 | 6557 | खादी उद्योगमें मेट्रीक नाप - तौल | प्रकाशकीय | खादी ग्रामोद्योग कमीशन बम्बई | 1964 | 
                      
              | 760 | 5960 | खादी एक समाज-कल्याण | लाम्बा नरबीर | भावना प्रकाशन पटपड गंज नई दिल्ली | 1990 | 
                      
              | 761 | 6556 | खादी के असली मकसद की ओर (सेवाग्राम मे संघ के कार्यकर्ताओं का प्रथम शिबिर) | प्रकाशकीय | अखिल भारतीय चर्खा संघ सेवाग्राम | - | 
                      
              | 762 | 4566 | खादी का महत्व | नंदा गुलजारीलाल | सस्ता साहित्य प्रकाशन नई दिल्ली | 1936 | 
                      
              | 763 | 4685 | खादी का अर्थशास्त्र | राजेंद्र प्रसाद | मंत्री विहार चर्खासंघ मुजफ्फरपूर | 1928 | 
                      
              | 764 | 6654 | खादी की कहानी | जेराजाणी विठ्ठलदास | खादी ग्रामोद्योग कमीशन बम्बई | - | 
                      
              | 765 | 2494 | खादी दर्शन | बिम्ब्रा सीता | पुस्तक मंदिर चावडी बाजार दिल्ली | 1999 | 
                      
              | 766 | 2007 | खादी दर्शन | बिम्ब्रा सीता | पुस्तक मंदिर चावडी बाजार दिल्ली | 1999 | 
                      
              | 767 | 1345 | खादी दर्शन | बिम्ब्रा सीता | पुस्तक मंदिर चावडी बाजार दिल्ली | 1999 | 
                      
              | 768 | 4670 | खादी द्वारा ग्राम-विकास | प्रभुदास गांधी | सस्ता साहित्य प्रकाशन नई दिल्ली | 1954 | 
                      
              | 769 | 7214 | खादीः एक एतिहासिक समग्र- दृष्टि | दीक्षित भूपनारायण | गांधी सेवा संघ महादेवभाई भवन सेवाग्राम | 2010 | 
                      
              | 770 | 5143 | खादीभक्त चुनीभाई | प्रकाशकीय | नवजीवन प्रकाशन मन्दिर अहमदाबाद | 1966 | 
                      
              | 771 | 4608 | खादी-मीमांसा | मेहता बालूभाई | सस्ता साहित्य प्रकाशन नई दिल्ली | 1940 | 
                      
              | 772 | 6673 | गाव का गोकुल | पटवर्धन अप्पासाहब | सर्व सेवा संघ प्रकाशन राजघाट काशी | 1955 | 
                      
              | 773 | 6887 | गाँव आन्दोलन क्यो? | कुमारप्पा जो.कॉ. अनु.- गुप्ता देवेन्द्रकुमार | सर्व सेवा संघ प्रकाशन वाराणसी | 1957 | 
                      
              | 774 | 6889 | गाँव का विद्रोह | राममूर्ति | सर्व सेवा संघ प्रकाशन वाराणसी | 1968 | 
                      
              | 775 | 6920 | गाँव का विद्रोह | राममूर्ति | सर्व सेवा संघ प्रकाशन वाराणसी | 1965 | 
                      
              | 776 | 6941 | गाँव की पुकारः नाटक | राही रामचन्द्र | सर्व सेवा संघ प्रकाशन वाराणसी | 1968 | 
                      
              | 777 | 6935 | गाँव की खादी | प्रकाशकिय | सर्व सेवा संघ प्रकाशन वाराणसी | 1965 | 
                      
              | 778 | 4638 | गांव के उद्योग-धंधे | गुप्त शोभालाल | सस्ता साहित्य प्रकाशन नई दिल्ली | 1955 | 
                      
              | 779 | 937 | गधी ः एक जीवनी | प्रकाशकीय | नॅशनल बुक ट्रस्ट इंडिया नई दिल्ली | 2005 | 
                      
              | 780 | 6238 | गधीजी क्या चाहते थे | वसु निर्मलकुमार जैन मदनलाल - अनुवादक | अखिल भारतीय सर्व सेवा संघ प्रकाशन काशी | 1959 | 
                      
              | 781 | 3274 | गांदीजीका रचनात्मक कांतिशास्त्र खण्ड - २ | प्रकाशकीय | नवजीवन प्रकाशन मन्दिर अहमदाबाद | 1973 |